वेस्टइंडीज के खिलाफ साउथेम्प्टन में खेले जा रहे पहले टेस्ट के लिए अनुभवी पेसर स्टुअर्ट ब्रॉड (Stuart Broad) को इंग्लैंड के टीम से बाहर करने के फैसला इंग्लैंड की टीम पर भारी पड़ा। और इंग्लैंड को मेहमान टीम से हार का सामना करना पड़ा है। ब्रॉड को बाहर करने के फैसले को लेकर सभी तरफ से इंग्लैंड टीम के आलोचनाएं भी रही है।
इस हार के साथ ही इंग्लैंड के प्रशंसकों ने सवाल करना शुरू कर दिया कि क्या ब्रॉड को अंतिम एकादश से बाहर रखने का फैसला इंग्लैंड के लिए घातक साबित हुआ। और अगर वह टीम में होते तो अंतिम दिन चीजें अलग हो सकती थीं। लेकिन स्टोक्स को इसका अफसोस नहीं है। उन्होंने मैच के अंत मे कहा कि हम उनके जैसे खिलाड़ी को टीम से बाहर रख पाए, इसके लिए खुद को भाग्यशाली मानते हैं।
मैच के अंत मे स्टोक्स (Ben Stokes) से ब्रॉड के बारे में पूछे जाने पर स्टोक्स ने कहा कि, आप फैसले लेते हैं, तो उसके साथ खड़े रहना चाहिए। उन्हें टीम से बाहर करने पर मुझे कोई अफसोस नहीं है जताऊं। उन्होंने कहा कि इससे पता चलता है कि इंग्लैंड की गेंदबाजी कितनी मजबूत है।उन्होंने आगे कहा कि जिस तरह टीम से बाहर होने पर भी ब्रॉड ने खेल के लिए जुनून दिखाया। वो वाकई शानदार है। मुझे पूरी उम्मीद है कि अगर वह दूसरा टेस्ट खेलते हैं तो वह जरूर अच्छी गेंदबाजी करेंगे।
उन्होंने आगे कहा कि, “हमने एक निर्णय लिया था, जो सोच के हिसाब से तय किया गया था कि इससे हमें लंबे खेल में बेहतर जगह मिलेगी। स्टुअर्ट एक शानदार गेंदबाज है और वह इसके कारणों को अच्छे से समझता है। ”
स्टोक्स ने कहा कि हमने यह सोचकर फैसला लिया कि लंबे फॉर्मेट में हमारे लिए पेस ज्यादा काम आएगा। स्टूअर्ट शानदार गेंदबाज हैं और वह यह वजह समझ सकते हैं। उन्होंने कहा कि अगर मैं इस पर अफसोस जताऊंगा तो टीम के दूसरे सदस्यों को सही संदेश नहीं जाएगा।
इंग्लैंड ने पहले टेस्ट के लिए टीम में तीन पेसर – जोफ्रा आर्चर (Jofra Archer) मार्क वुड(Mark Wood) और जेम्स एंडरसन (James Anderson) को शामिल किया था। हाल ही में स्काई न्यूज को दिए एक ह साक्षात्कार में, ब्रॉड ने खुद को बाहर किये जाने वाले फैसले पर अपनी भावनाएं व्यक्त कीं और कहा कि वह इस फैसले पर ‘नाराज’ और ‘निराश’ हैं।
ब्रॉड ने यह भी कहा था कि,मेरे लिए इस पर यकीन करना आसान नहीं है। मैंने शायद पिछले दो सालों में सबसे अच्छी गेंदबाजी की। मुझे ऐसा लगा मानो एशेज और दक्षिण अफ्रीका में जीत के समय मेरी जगह टीम में मेरी शर्ट थी।
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इंग्लैंड की दूसरी पारी 314 रन पर सिमटने के बाद विंडीज़ टीम को 201 रन का मामूली से लक्ष्य मिला। जिसे मेहमान टीम ने 6 विकेट गवाकर हासिल कर लिया। हालांकि इंग्लैंड के तेज गेंदबाजों ने विंडीज़ की टीम को शुरुआती झटके दिए लेकिन वह इंग्लैंड की टीम को जीताने के लिए नाकाफी थे। इस जीत के साथ ही मेहमान टीम ने 3 टेस्ट मैच की सीरीज में 1-0 से बढ़त बना ली है। सीरीज का दूसरा मैच गुरुवार (16 जुलाई) से खेला जायेगा।
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