साल 2019 से ही शिखर धवन का अन्तर्राष्ट्रीय करियर उतार-चढ़ाव वाला रहा है। वर्ल्ड कप 2019 के दूसरे मैच में चोटिल होने के बाद वे वर्ल्ड कप से बाहर हो गए थे। इसके बाद वे नवम्बर-दिसम्बर में वेस्टइंडीज के खिलाफ भी चोटिल होने के कारण घरेलू टी20 सीरीज व वनडे सीरीज से बाहर रहे।
केएल राहुल की वजह से खतरे में पड़ सकता है शिखर धवन का अन्तर्राष्ट्रीय टी20 करियर:
शिखर धवन की गैरमौजूदगी में केएल राहुल ने रोहित शर्मा के साथ मिलकर अच्छी साझेदारी की है। रोहित शर्मा और केएल राहुल अब तक 14 टी20 मैचों में साझेदारी कर चुके है, जिसमें उन्होंने 62.92 की औसत से 818 रन बनाए हैं। इस दौरान वे 3 शतकीय साझेदारी और 3 अर्धशतकीय साझेदारियाँ कर चुके हैं।
इसके अलावा रोहित शर्मा और शिखर धवन की बात करें तो यह जोड़ी 52 मैचों में 33.51 की औसत से 1743 रनों की साझेदारी कर चुकी है, जिसमें 7 अर्धशतकीय और 4 शतकीय साझेदारियां शामिल है। ये जोड़ी विश्व में सबसे अधिक रनों की पार्टनरशिप करने वाली जोड़ी है।
यानी रोहित-धवन और रोहित-राहुल के साझेदारी औसत की तुलना करें तो रोहित-राहुल की साझेदारी सर्वश्रेष्ठ दिखाई देती है। इस लिहाज से श्रीलंका के खिलाफ होने वाले टी20 सीरीज में उन्हें केएल राहुल से बेहतर प्रदर्शन करना होगा, तभी टी20 वर्ल्ड कप में उनकी जगह पक्की हो सकेगी।
शिखर धवन से बेहतर केएल राहुल के टी20 आँकड़े:
केएल राहुल अब तक 34 अन्तर्राष्ट्रीय टी20 मैचों में 43.77 की औसत से 1138 रन बना चुके हैं, जिसमें 8 अर्धशतक शामिल हैं। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 146.46 का रहा है और सर्वश्रेष्ठ स्कोर 120 है।
इसके अलावा शिखर धवन के अन्तर्राष्ट्रीय टी20 करियर की बात करें तो उन्होंने 58 मैचों में 27.85 की औसत से 1504 रन बनाए हैं, जिसमें 9 अर्धशतक शामिल हैं। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 128.22 का रहा है और सर्वश्रेष्ठ व्यक्तिगत स्कोर 92 है।
इनकी भी तुलना करें तो केएल राहुल; शिखर धवन से बेहतर साबित हो रहे हैं। इसके अलावा केएल राहुल युवा बल्लेबाज हैं, जो लगातार 2 सालों से आईपीएल में भी 500 से अधिक रन बना रहे हैं।
हालांकि दिल्ली कैपिटल्स टीम में जाने के बाद धवन ने भी पिछले साल 500 से अधिक रन बनाए थे, लेकिन अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर उतने बेहतर साबित नहीं हुए। इसलिए यह सच है कि शिखर धवन को अपना आगे का टी20 करियर बचाने के लिए श्रीलंका के खिलाफ सीरीज में बेहतर प्रदर्शन करना होगा।